Description: | परोपकार की भावना के तहत विमल पहले एक पीड़ित लड़की की हमलावर बांह और फिर पूरे शहर का मुहाफिज तो बन गया था लेकिन इसी भावना ने उसकी जिन्दगी से ना सिर्फ उसकी जिन्दगी का दुर्लभ ठहराव छीन लिया था बल्कि उसे जिन्दगी के एक ऐसे मोड़ पर ला खड़ा किया था जहां से हर रास्ता मौत की तरफ जाता था । |
Author: | Surender Mohan Pathak |
Language: | Hindi |
Publication: | Dailyhunt, Radha Pocket Books |
Book Series Name: | Vimal Series 23 |
Digital: | Yes |
Physical: | Yes |
Rented: | No |
Wishlist: | No |
In Transit: | No |
Book Post Date: | January 3, 2015 |
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