Description: | अनथक प्रयत्नों और अनगिनत जुर्मों के फलस्वरूप विमल एक नया चेहरा पाने में आखिरकार कामयाब तो हो गया, परन्तु क्या नया चेहरा पाकर विमल ने विधाता से नयी किस्मत भी लिखवा ली थी ? क्या विमल अपने प्रारब्ध से जीत सकता था या एक बार फिर उसकी किस्मत उसे कोई नया खेल दिखाने वाली थी । |
Author: | Surender Mohan Pathak |
Language: | Hindi |
Publication: | Dailyhunt, Raja Pocket Books, Durga Pocket Books |
Book Series Name: | Vimal Series 18 |
Digital: | Yes |
Physical: | Yes |
Rented: | No |
Wishlist: | No |
In Transit: | No |
Book Post Date: | January 3, 2015 |
Publication: Pragati Pocket Books
Series: James Bond 5
Language: Hindi
Physical
Digital
In Transit
Rented
Wishlist
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